तुलसी विवाह पौराणिक कथा - Tulsi Vivah Pauranik Katha

हिंदू धर्म में तुलसी विवाह करना बेहद ही मंगलकारी माना जाता है। कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वादशी को तुल…

शुक्रवार संतोषी माता व्रत कथा | Shukravar Santoshi Mata Vrat Katha

शुक्रवार के दिन माँ संतोषी का व्रत-पूजन किया जाता है। इस पूजा के दौरान माता की आरती, पूजन तथा अंत म…

अहोई अष्टमी व्रत कथा| Ahoi Ashtami Vrat Katha

॥ श्री गणेशाय नमः ॥ प्राचीन काल में किसी नगर में एक साहूकार रहता था। उसके सात लड़के थे। दीपावली से …

कार्तिक माह माहात्म्य – पहला अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 1

मैं सिमरूँ माता शारदा, बैठे जिह्वा आये। कार्तिक मास की कथा, लिखे ‘कमल’ हर्षाये।। नैमिषारण्य तीर्थ मे…

कार्तिक माह माहात्म्य – दूसरा अध्याय | Kartik maas katha - Adhyaya 2

सिमर चरण गुरुदेव के, लिखूं शब्द अनूप। कृपा करें भगवान, सतचितआनन्द स्वरूप।। भगवान श्रीकृष्ण आगे बोले …

कार्तिक माह माहात्म्य – तीसरा अध्याय | Kartik Maas Katha - Adhyaya 3

श्रीकृष्ण भगवान के चरणों में शीश झुकाओ। श्रद्धा भाव से पूजो हरि, मनवांछित फल पाओ।। सत्यभामा ने कहा –…

कार्तिक माह माहात्म्य – चौथा अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 4

माता शारदा की कृपा, लिखूं भाव अनमोल। कार्तिक माहात्म का कहूं, चौथा अध्याय खोल।। नारदजी ने कहा – ऎसा …

कार्तिक माह माहात्म्य – पांचवाँ अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 5

प्रभु मुझे सहारा है तेरा, जग के पालनहार। कार्तिक मास माहात्म की, कथा करूँ विस्तार।। राजा पृथु बोले –…

कार्तिक माह माहात्म्य – छठा अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 6

जिसके सुनने से सब पाप नाश हो जाये। कार्तिक माहात्म्य का, लिखूं छठा अध्याय।। नारद जी बोले – जब दो घड़…

कार्तिक माह माहात्म्य – सातवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 7

नारद जी ने कहा: हे राजन! कार्तिक मास में व्रत करने वालों के नियमों को मैं संक्षेप में बतलाता हूँ, उ…

कार्तिक माह माहात्म्य – आठवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 8

जिसकी दया से सरस्वती, भाव रही उपजाय। कार्तिक माहात्म का ‘कमल’ लिखे आठवाँ अध्याय।। नारद जी बोले – अ…

कार्तिक माह माहात्म्य – नौवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 9

राजा पृथु ने कहा: हे मुनिश्रेष्ठ नारद जी! आपने कार्तिक माह के व्रत में जो तुलसी की जड़ में भगवान वि…

कार्तिक माह माहात्म्य – दसवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 10

राजा पृथु बोले – हे ऋषिश्रेष्ठ नारद जी! आपको प्रणाम है। कृपया अब यह बताने की कृपा कीजिए कि जब भगवान…

कार्तिक माह माहात्म्य – ग्यारहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 11

एक बार सागर पुत्र जलन्धर अपनी पत्नी वृन्दा सहित असुरों से सम्मानित हुआ सभा में बैठा था तभी गुरु शुक…

कार्तिक माह माहात्म्य – बारहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 12

नारद जी ने कहा: तब इन्द्रादिक देवता वहाँ से भय-कम्पित होकर भागते-भागते बैकुण्ठ में विष्णु जी के पास…

कार्तिक माह माहात्म्य – तेरहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 13

कार्तिक कथा को सुनो, सभी सहज मन लाय । तेरहवाँ अध्याय लिखूँ, श्री प्रभु शरण में आय ॥ दोनो ओर से गदा…

कार्तिक माह माहात्म्य – चौदहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 14

कार्तिक मास का आज, लिखूं चौदहवाँ अध्याय । श्री हरि कृपा करें, श्रद्धा प्रेम बढाएँ ॥ तब उसको इस प्रक…

कार्तिक माह माहात्म्य – पंद्रहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 15

श्री विष्णु भगवान की कृपा, हो सब पर अपरम्पार । कार्तिक मास का `कमल` करे पन्द्रहवाँ विस्तार ॥ राजा प…

कार्तिक माह माहात्म्य – सोलहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 16

सुनो लगाकर मन सभी, संकट सब मिट जायें । कार्तिक माहात्म का `कमल`, पढो़ सोलहवां अध्याय ।। राजा पृथु न…

कार्तिक माह माहात्म्य – सत्रहवां अध्याय | Kartik Maas Ki Katha - Adhyaya 17

भक्ति से भरे भाव हे हरि मेरे मन उपजाओ । सत्रहवां अध्याय कार्तिक, कृपा दृष्टि कर जाओ ॥ उस समय शिवजी …

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